Friday, September 20, 2019

चर्चा में रहे लोगों से बातचीत पर आधारित साप्ताहिक कार्यक्रम

दशकों पहले कई मौकों पर चेहरे पर काले रंग का मेकअप लगाने पर कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कहा है कि उन्हें इसके लिए खेद है. टीवी पर घोषणा करते हुए ट्रूडो ने कहा कि उन्हें यह जानना चाहिए था कि नस्लवादी इतिहास के कारण काले रंग का मेकअप लगाना अस्वीकार्य था.
उन्होंने कहा कि उन्होंने लोगों का दिल दुखाया इसके लिए वह माफ़ी मांगते हैं. अगले महीने होने वाले आम चुनाव से पहले कई तस्वीरों और वीडियो के सामने आने के बाद ट्रूडो को दबाव का सामना करना पड़ रहा था.
एक तस्वीर में ट्रूडो अरेबियन नाइट्स थीम पार्टी काला मेकअप लगाए नज़र आ रहे हैं. कनाडा की विपक्षी कंज़रवेटिव पार्टी के नेता अंड्रयू शीर ने ट्रूडो पर झूठ बोलने का आरोप लगाते हुए कहा है कि कई बार उन्होंने चेहरे पर काले मेकअप का इस्तेमाल किया है.
लखनऊ से बीबीसी हिंदी के सहयोगी पत्रकार समीरात्मज मिश्र के मुताबिक 'सुबह एसआईटी की टीम चिन्मयानंद को उनके आश्रम से उठाकर पास के कोतवाली ले गई. इसके बाद उनकी मेडिकल जांच के लिए उन्हें ज़िला अस्पताल ले जाया गया.'
ज़िला अस्पताल की जांच के बाद एसआईटी ने उन्हें मजिस्ट्रेट कोर्ट में पेश किया, जिसके बाद उन्हें 14 दिन के लिए जेल भेज दिया गया है.
उत्तर प्रदेश पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने कहा, चिन्मयानंद को उनके आश्रम से गिरफ़्तार कर लिया गया है. उन्होंने न्यायिक हिरासत में भेजा गया है. इसमें कोई देरी नहीं हुई है. हमलोगों ने विस्तृत जांच की. पीड़िता के वीडियों की फॉरेंसिक जांच की गई. हमने उनपर रेप का मामला दर्ज किया है.'
समीरात्मज मिश्र के मुताबिक चिन्मायनंद पर धारा 376 (सी) के तहत मामला दर्ज किया गया है, जिसके मुताबिक किसी शख़्स द्वारा अपनी ताक़त और पद का इस्तेमाल करते हुए ज़बरन यौन शोषण किया जाता है.
शाहजहांपुर स्थित एसएस लॉ कॉलेज में पढ़ने वाली एक छात्रा ने उन पर शोषण, अपहरण और धमकाने के आरोप लगाए हैं. इससे पूर्व चिन्मयानंद को शाहजहांपुर मेडिकल कॉलेज से, इलाज के लिए लखनऊ रेफ़र किया गया था. लेकिन वह लखनऊ नहीं जाकर अपने आश्रम लौट आए थे.
दूसरी ओर छात्रा और उसके परिवार वाले लगातार ये आरोप लगाते रहे हैं कि उन्हें प्रशासन की तरफ़ से सहयोग नहीं मिल रहा है.
शाहजहांपुर में लॉ कॉलेज की छात्रा के आरोपों और शिकायत के बावजूद उत्तर प्रदेश पुलिस ने अब तक पूर्व गृह राज्य मंत्री चिन्मयानंद के ख़िलाफ़ यौन शोषण का मामला दर्ज नहीं किया है.
हालांकि यह मामला अब एसआईटी को सुपुर्द हो गया है लेकिन लड़की और उसके पिता की ओर से बार-बार की जा रही मांग के बावजूद इस मामले में एफ़आईआर दर्ज न होने से कई सवाल उठ रहे हैं.
बुधवार को इस मामले में एक वीडियो वायरल सामने आने के बाद एक नया मोड़ आया, जिसमें कथित तौर पर स्वामी चिन्मयानंद किसी लड़की से मसाज कराते और मोबाइल फ़ोन पर कुछ टाइप करते दिख रहे हैं.
इसके बाद एक दूसरा वीडियो भी सामने आया है जिसमें स्वामी चिन्मयानंद से कथित तौर पर पांच करोड़ की फ़िरौती मांगने संबंधी बातचीत है. बीबीसी इन दोनों ही वीडियोज़ की प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं कर सकता.
इस मामले में स्वामी चिन्मयानंद के प्रवक्ता ओम सिंह की ओर से भी एक एफ़आईआर शाहजहांपुर में पिछले महीने दर्ज कराई गई थी.
पिछले महीने ही लड़की के पिता की शिकायत पर शाहजहांपुर पुलिस ने स्वामी चिन्मयानंद और अन्य लोगों के ख़िलाफ़ अपहरण और धमकाने का मामला दर्ज किया था.
शोषण और धमकी सम्बन्धी लड़की का वीडियो वायरल होने के बाद कुछ वकीलों की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले का संज्ञान लिया और लड़की के सुरक्षित मिलने के बाद उत्तर प्रदेश सरकार को जांच के लिए एसआईटी बनाने का निर्देश दिया.
सोमवार को एसआईटी ने लड़की से क़रीब 11 घंटे तक पूछताछ की. इसके बाद लड़की और उनके पिता ने मीडिया से बात की जिसमें उन्होंने एक बार फिर यह आरोप दोहराया कि स्थानीय प्रशासन और सरकार के दबाव में स्वामी चिन्मयानंद के ख़िलाफ़ बलात्कार की रिपोर्ट दर्ज नहीं की जा रही है.
बीजेपी के पूर्व सांसद स्वामी चिन्मयानंद अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार में गृह राज्य मंत्री रह चुके हैं और राम मंदिर आंदोलन के बड़े नेताओं में शुमार रहे हैं. शाहजहांपुर में उनका आश्रम है और वो कई शिक्षण संस्थाओं के प्रबंधन से भी जुड़े हैं.
आठ साल पहले शाहजहांपुर की ही एक अन्य महिला ने भी स्वामी चिन्मयानंद पर यौन शोषण और उत्पीड़न का मुक़दमा दर्ज कराया था. महिला स्वामी चिन्मयानंद के ही आश्रम में रहती थी. हालांकि राज्य में बीजेपी की सरकार बनने के बाद, सरकार ने उनके ख़िलाफ़ लगे इस मुक़दमे को वापस ले लिया था लेकिन पीड़ित पक्ष ने सरकार के इस फ़ैसले को अदालत में चुनौती दी थी. फ़िलहाल हाईकोर्ट से इस मामले में स्टे मिला हुआ.

Tuesday, May 21, 2019

सुनामी जैसा था 2019 का चुनाव : राम विलास पासवान

लोकसभा चुनाव के नतीजों के एलान के पहले मंगलवार को सत्ताधारी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) ने एकजुटता दिखाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भरोसा जाहिर किया है.
एनडीए नेताओं ने दावा किया कि 2019 का चुनाव 'सुनामी जैसा था और एनडीए को एक्ज़िट पोल के अनुमान से भी ज़्यादा सीटें मिलेंगीं.'
एनडीए में शामिल दलों ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) और चुनाव आयोग पर सवाल उठाने के लिए विपक्ष को आड़े हाथों लिया.
आम चुनाव के दौरान कांग्रेस और दूसरे विपक्ष दल लगातार चुनाव आयोग पर सवाल उठाते रहे थे. देश के 21 विपक्षी दलों के नेताओं ने ईवीएम के मुद्दे पर मंगलवार को चुनाव आयोग से मुलाकात की थी.
बैठक के बाद राजनाथ सिंह ने कहा, "2019 का लोकसभा चुनाव इतिहास में एक निर्णायक क्षण है. देश की जनता को ये भी विश्वास है कि अब नामुमकिन भी मुमकिन है. पिछले पांच साल लोगों की बुनियादी जरूरतों को पूरा करने वाले थे. अब एनडीए ने ये संकल्प लिया कि प्रगति की गति को और बढ़ाएंगे और आगामी पांच वर्ष की जो हमारी सरकार होगी, उसमें लोगों की आवश्यकता को पूरा करेंगे."
राजनाथ सिंह के मुताबिक बैठक में 36 दलों के प्रतिनिधि मौजूद थे. तीन दलों ने लिखित में अपना समर्थन दिया. बैठक में हिस्सा लेने के लिए शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे और बिहार के मुख्यमंत्री और जनता दल यूनाइटेड नेता नीतीश कुमार दिल्ली आए थे.
शिवसेना और जनता दल यूनाइटेड के नेताओं के चुनाव के दौरान आए कुछ बयानों को लेकर एनडीए के तालमेल को लेकर सवाल उठाए जा रहे थे लेकिन मंगलवार की बैठक के दौरान सभी नेता प्रधानमंत्री और बीजेपी के दूसरे नेताओं से गर्मजोशी के साथ मुलाक़ात करते दिखे.
राजनाथ सिंह ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बैठक में कहा, "एनडीए भारत की आशाओं और अपेक्षाओं का प्रतिनिधित्व करने वाला गठबंधन है. क्षेत्रीय अपेक्षाओं को पूरा करने के लिए एनडीए एक मजबूत स्तंभ बन चुका है."
बैठक में एक प्रस्ताव पेश करने वाले केंद्रीय मंत्री और लोकजनशक्ति पार्टी के नेता रामविलास पासवान ने कहा, "ये चुनाव नहीं था. ये आंदोलन भी नहीं था. लहर भी नहीं था. ये सुनामी जैसा था. जो लोग कहते थे कि कांग्रेस पार्टी ही गठबंधन चलाती है, वो भ्रम ख़त्म हो गया."
पासवान के मुताबिक प्रधानमंत्री मोदी ने ये भी कहा कि वोट और सत्ता हमारा लक्ष्य नहीं है. हमारा लक्ष्य नया भारत निर्माण है.'अब देश को जात-पात के नैरेटिव से बाहर आना होगा. गरीब ही सबसे बड़ी जाति है, हमें गरीबी की समस्या का समाधान करना है.'
रामविलास पासवान ने बताया कि एनडीए सदस्यों ने आम चुनाव में प्रधानमंत्री की ओर से की गई मेहनत और उनके विजन की सराहना की.
राजनाथ सिंह के मुताबिक एनडीए की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा भारतीय जनता पार्टी अध्यक्ष अमित शाह, अकाली दल के नेता प्रकाश सिंह बादल, शिवेसना प्रमुख उद्धव ठाकरे, बिहार के मुख्यमंत्री और जनता दल यूनाइटेड नेता नीतीश कुमार अपनी बातें रखीं.

Wednesday, January 9, 2019

الأكراد يعلنون نواياهم: جاهزون للجيش التركي في سوريا

صعد الأكراد في سوريا لهجتهم تجاه أنقرة وسط مخاوف من تحرك تركي مرتقب يستهدف القضاء على وحدات حماية الشعب الكردية، نواة قوات سوريا الديمقراطية، التي تقاتل تنظيم داعش المتشدد شمال شرقي سوريا بدعم من الولايات المتحدة.
وأكد مسؤول كردي سوري بارز، أن مقاتليه مستعدون لمواجهة القوات التركية إذا دخلت شمال شرقي سوريا، مضيفًا أنه من الواضح من تصريحات أنقرة الأخيرة أن لدى تركيا خطة لغزو المنطقة.
وقال الرئيس المشترك لحزب الاتحاد الديمقراطي، شاهوز حسن، للأسوشيتد برس، في مكالمة هاتفيه من سوريا الثلاثاء: "نستعد لمواجهة التهديدات التركية من خلال المقاومة".
وجاءت تصريحات حسن، بعد وقت قصير من رفض الرئيس التركي رجب طيب أردوغان لقاء مستشار الأمن القومي الأميركي جون بولتون، الذي كان يحاول أخذ ضمانات من تركيا بعدم التعرض للأكراد في ضوء الانسحاب الأميركي من سوريا.
وأكد الرئيس التركي رجب طيب أردوغان أنه لن يكون هناك "تنازل" في حملة أنقرة ضد ما وصفها بـ"الجماعات الإرهابية" في سوريا. وقال إن استعدادات أنقرة في هذا الصدد "اكتملت إلى حد كبير".
 وعبر حسن عن أمله أن تتضح نتائج زيارة بولتون إلى تركيا في الأيام القليلة المقبلة. وقال إن أكراد سوريا على اتصال بالروس والحكومة السورية، ويمكنهم التوصل إلى اتفاق مثل الذي تم التوصل إليه الشهر الماضي، عندما دخلت قوات الحكومة السورية منطقة قريبة من بلدة منبج الشمالية التي هددت تركيا بالهجوم عليها.
وأضاف حسن: "حتى الآن لم يحدث تدخل عسكري (تركي)، لكن إذا حدث ذلك أعتقد أننا سنكون مستعدين لمواجهته، فضلا عن العمل السياسي والدبلوماسي مع جميع الأطراف."
وتعتبر تركيا القوات الكردية، المعروفة باسم وحدات حماية الشعب، "جماعة إرهابية"، مرتبطة بحزب العمال الكردستاني المحظور في تركيا. وحزب الاتحاد الديمقراطي هو الجناح السياسي لوحدات حماية الشعب.
ويبرز القتال في شرقي سوريا التهديد الذي ما زال يشكله تنظيم داعش، رغم تصريحات الرئيس الأميركي دونالد ترامب عن هزيمة التنظيم في هذه المناطق.
وقد واجه ترامب بسبب تصريحاته اعتراضات من مستشاريه للأمن القومي، أدت إلى استقالة وزير الدفاع جيمس ماتيس والمبعوث الأميركي الخاص إلى التحالف الدولي لمكافحة داعش.
وأعلن بولتون قبل أيام أن الانسحاب الأميركي من سوريا لن يكون فوريا، كما أعلن ترامب في البداية، وهو ما أكده ترامب لاحقا أيضا.أغرقت العواصف في لبنان مخيمات اللاجئين السوريين بمياه الأمطار ودمرت الخيام وأتلفت الحشايا (المراتب) والمواد الغذائية، وزادت من بؤس سكانها، الذين يجدون صعوبة في تحمل رياح الشتاء القوية والبرد القارس.
وفر أكثر من مليون سوري إلى لبنان منذ اندلاع الحرب في عام 2011، وتقول وكالات الأمم المتحدة إن معظمهم يعيشون في فقر.
وقال حسين زيدان، الذي جاء إلى لبنان من مدينة حمص السورية عام 2011 "المياه لا تزيد عن نص متر في الأراضي والبراكيات والخيم التي نتواجد فيها.. ظروف الحياة أجبرتنا لنكون في هذا الوضع".
ويعيش زيدان في مخيم مؤقت بالقرب من نهر في منطقة عكار بشمال لبنان. وقال هو وبعض السكان الآخرين إن العاصفة تركتهم وأطفالهم دون ملابس أو أثاث أو طعام.
وتتنقل الأسر بحثا عن مناطق جافة ودافئة.
وذكر غزوان زيدان، وهو أب لثلاثة أطفال، في عكار "كما ترون، حالتنا سوداء.. لا أبواب ولا نوافذ.. شكرا لجيراننا الذين استقبلونا ليلة البارحة".
وقالت مفوضية الأمم المتحدة السامية لشؤون اللاجئين، الثلاثاء، إن العاصفة أغرقت أو دمرت بشكل كامل 15 مستوطنة غير رسمية من بين 66 مستوطنة على الأقل "تضررت بشدة".
وكان أبو شهيد، الذي فر من الحسكة في سوريا قبل ثلاث سنوات مع عائلته، يقف وسط المياه التي غمرت مخيما غير رسمي في قرية بر إلياس. ووصف كيف غرقت خيمته بالكامل وتضررت كل ممتلكات عائلته.
وقال "الحل الوحيد نترك أغراضنا وبيتنا ونغادر، ننفد بأرواحنا، هذا هو الحل".
وبالنسبة لحامد حاج آبو، البالغ من العمر 19 عاما، وأقاربه فقد كانت الليلة باردة وغزيرة المياه.
وقال في بر إلياس "لم ننم طوال الليل.. المياه تدخل علينا من كل الجوانب، لا نستطيع الجلوس ولا النوم".